गुरुवार, 4 जनवरी 2024

 नेटवर्क मार्केटिंग भारत में हमेशा से बड़ा ही विवादित रहा है।

अगर आप थोड़ा रिसर्च करेंगे  तो पाएंगे कि अमेरिका, जापान, चीन, मलेशिया, कोरिया, रूस जैसे देशों में 20 से 30% लोग नेटवर्क मार्केटिंग से जुड़े हैं, लेकिन भारत में ये आंकड़ा 3% के आसपास है। 

नेटवर्क मार्केटिंग में न आने की कई वजह हैं।

लोगों की नौकरी पे निर्भरता वाली सोच। लोग रिस्क लेने से कतराते हैं। बिज़नेस कोई भी हो, रिस्क तो थोड़ा या ज़्यादा होगा ही। मेहनत भी शुरुआत में नौकरी से ज़्यादा होगी।

शिक्षा की कमी। भारत में शिक्षितों की कमी तो है लेकिन कई पढ़े लिखे लोगों में भी व्यवहारिक ज्ञान की कमी है। इसलिए धूर्त लोग उनको आसानी से ठग लेते हैं। फिर वो अपनी ठगी के किस्से लोगों को सुनाते है और लोग पूरी नेटवर्क मार्केटिंग इंडस्ट्री को ठग मान लेते हैं बिना सोचे समझे।

कड़े कानूनों की कमी। विदेशों में कानून की कड़ाई इतनी है कि या तो फर्जी फ्रॉड कंपनी खुलती नहीं हैं या फिर ठगी करके भाग नहीं पाती, पकड़ी जाती है और लोगों के पैसे वापस करने पड़ते हैं। यहाँ तो एक्शन छोड़ो FIR तक करवाना मुश्किल काम है। इसलिए थोक के भाव मे फ्रॉड नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी आती है और लाखों लोग ठगे जाते हैं। तो इस इंडस्ट्री को बदनाम तो होना ही है।


नेटवर्क मार्केटिंग के लीडर्स की कमज़ोरी। कहते हैं अपराध गलत लोगों की हिम्मत से नहीं, सही लोगों की चुप्पी से बढ़ता है। नेटवर्क मार्केटिंग में बहुत सारे अच्छे और ईमानदार लीडर्स भी हैं लेकिन उनमें से ज़्यादातर डरपोक हैं। आम आदमी को पता चले न चले, एक नेटवर्कर को तो पता चलता है कि कौन फ्रॉड कंपनी है कौन सही लेकिन वो भी फ्रॉड कंपनी के खिलाफ नही बोलते। उनको एक्सपोज़ नहीं करते। डर क्या की कहीं मेरी वाल पे आके ट्रोल न करे, कल को इसे अच्छी कंपनी में जुड़ना हुआ तो मेरे पास नहीं आएगा। रहो चुप। नुकसान तो आपका ही होना है।

इसमें भी एक पॉजिटिव बात है कि भारत मे ये एकमात्र इंडस्ट्री है जिसमे असिमित सम्भावनाएँ बची हुई हैं।

नेटवर्क मार्केटिंग दुनिया का सबसे खूबसूरत व्यवसाय है।

इसमें कोई कालाधन नहीं है।

कोई खाली जेब आकर भी लगातार मेहनत और ईमानदारी से मिलियनेयर बन सकता है।

इस इंडस्ट्री में पूरी दुनिया मे दुनिया की सारी इंडस्ट्री से ज़्यादा लोग जुड़े हैं।

इस इंडस्ट्री ने सबसे ज़्यादा मिलियनेयर बनाये हैं।

ये एकमात्र इंडस्ट्री है जो इंसान को हमेशा पॉजिटिव सोचना सिखाती है। उम्मीद देती है। सपने देखना और उनको पूरा करना सिखाती है। सपने तोड़ती नही है। ये इंडस्ट्री जोड़ना सिखाती है, तोड़ना नहीं।

इसमें जात पात, धर्म, शिक्षा, रंग रूप, भाषा, देश, क्षेत्र, लिंग, उम्र के नाम पर कोई भेदभाव नहीं होता। सिर्फ आपके काम से आपकी पहचान होती है।

ये एकमात्र इंडस्ट्री है जिसमें आप दूसरों को कमाना सिखाकर ही कमा सकते हैं। अकेले कोई सफल नहीं होता।

लेकिन लोग फैल भी होते हैं। कौन फैल होता है???

नेटवर्क मार्केटिंग। नाम से ज़ाहिर है कि नेटवर्क भी बनाना है और मार्केटिंग भी करनी है। तो जाहिर है आपको दोनों सीखना भी पड़ेगा। अब अगर आप आये इस इंडस्ट्री में और यही दो काम नहीं कर पाए तो कैसे सफल हो सकते हैं।

कोई क्रिकेट को कैरियर बनाये और ना वो बैटिंग करना सीखें ना बॉलिंग तो कैसे कैरियर बनेगा।

क्रिकेट में तो चलो खुद सीखकर जाना पड़ता है। यहाँ तो आपको इंडस्ट्री फ्री में सिखाती है। बार बार सिखाती है। तबतक मौका देती है जबतक आप सफल ना हो जाओ। आप ही बीच मे हिम्मत हार जाओ तो क्या कह सकते हैं।

बार बार फैल होने पर तो घरवाले भी ताना मारने लगते हैं। यहां आपको फिर भी हिम्मत और सपोर्ट ही मिलता है।

सुनी सुनाई बातों पर ना जाये। समझें, विवेचना करें, सभी डाउट क्लियर करें और फिर शुरू करें। पहाड़ चढ़ने की शुरुआत भी एक छोटे पहले कदम से ही होती है।

सोमवार, 1 जनवरी 2024

  2023 2जनवरी की रात बहुत धीरे धीरे गुजर रही थी। आंखों से नींद गायब थी। किसी का इन्तज़ार कितना मुश्किल रहता है। रात सरक सरक कर  सुबह के करीब पहुंच रही थी। 3जनवरी की सुबह 4-45 पर इवान ने मेरी ज़िन्दगी में प्रवेश किया। एक छोटी सी जान, गोद में लेते डर लग रहा था। परन्तु दिल के हाथों मजबूर होकर गोद में उठाना ही पड़ा। अन्दर से बहुत डर रहा था।

देखते ही देखते एक साल गुजर गया। मासूम इवान कब बदमाश हो गया पता ही नहीं चला।आज दादू को हर बात के लिए मजबूर कर देता है। दादू के फ़ोन पर पुरा अधिकार जमा लिया है। दादू तथा दादू का फ़ोन दोनों इवान की जान है। किसी की परवाह न करने वाला दादू इवान की हर इच्छा के आगे झूक जाता है। भगवान के पास जाने की इच्छा रखने वाला दादू अब अपने इवान के पास ही रहना चाहता है। भगवान उसे लम्बी उम्र दे। 


कुछ फर्ज थे मेरे, जिन्हें यूं निभाता रहा।  खुद को भुलाकर, हर दर्द छुपाता रहा।। आंसुओं की बूंदें, दिल में कहीं दबी रहीं।  दुनियां के सामने, व...