सोमवार, 10 मई 2021

इनहेलर

 

जानिए अस्थमा का आम इनहेलर कोविड-19 के इलाज में कैसे करता है मदद?

 अस्थमा के इलाज में काम आनेवाली आम दवा कोविड-19 के इलाज में असरदार साबित हुई है. अस्थमा के इन्हेलर ने कोविड-19 मरीजों को अस्पताल भेजने की 90 फीसद जरूरत को कम करती है और रिकवरी के समय को घटाती है.

आमतौर पर अस्थमा के लिए इस्तेमाल किया जानेवाला इलाज कोविड-19 मरीजों के अस्पताल में ठहरने का समय कम करने और ठीक होने की रफ्तार बढ़ाने में मदद कर सकता है.  दवा को लक्षण जाहिर होने के सात दिनों में देने से फायदा पहुंच सकता है.
बुडेसोनाइड का इस्तेमाल धूम्रपान से प्रभावित फेफड़े का इलाज करने में किया जाता है. एस्ट्राजेनेका दवा कंपनी उसे पल्मीकोर्ट के ब्रांड नाम से बेचती है. उसके इस्तेमाल से कोविड-19 के इलाज में मरीजों को लगनेवाला समय कम हो गया.  एक दिन में दो बार बुडेसोनाइड का 800 माइक्रोग्राम दिया गया .
  सांस के जरिए ली जानेवाली बुडेसोनाइड ने फौरी चिकित्सा की जरूरत या अस्पताल में भर्ती होने का खतरा 90 फीसद कम कर दिया.   सांस का स्टेरॉयड महामारी के दौरान सामने आ रहे दबावों पर प्रभाव डाल सकती है.


 स्टेरॉयड बुडेसोनाइड से इलाज के 14 और 28 दिनों के बाद कोरोना वायरस के लगातार लक्षणों में भी कई आ गई.  कोरोना वायरस महामारी के शुरुआती दिनों में पुरानी सांस की बीमारी से पीड़ित जिनको अक्सर सांस का स्टेरॉयड लिखा जाता है, उनकी बहुत कम तादाद कोविड-19 का शिकार होकर अस्पताल में दाखिल हुई थी. पल्मीकोर्ट एस्ट्राजेनेका की बहुत ज्यादा बिकनेवाली दवा है. 

डेक्सामेथासोन (Dexamethasone) नामक स्टेराइड के इस्तेमाल से गंभीर रूप से बीमार मरीजों की मृत्यु दर एक तिहाई तक कम किया जा सकता है। डेक्सामेथासोन दवा को मरीजों को केवल 10 दिनों तक दिया जाता है। 





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