शनिवार, 29 जून 2024

 यदि "महाभारत" को पढ़ने का समय न भी हो..तो भी इसके नौ सार- सूत्र हमारे जीवन में उपयोगी सिद्ध हो सकते है


1. संतानों की गलत मांग और हठ पर समय रहते अंकुश नहीं लगाया गया, तो अंत में आप असहाय हो जायेंगे। जैसे कौरव


2. आप भले ही कितने बलवान हो लेकिन अधर्म के साथ हो तो,आपकी विद्या, अस्त्र-शस्त्र शक्ति, उच्च स्तरीय पद और वरदान सब निष्फल हो जायेंगे- जैसे कर्ण


3. संतानों को इतना महत्वाकांक्षी मत बना दो कि विद्या का दुरुपयोग कर स्वयंनाश कर सर्वनाश को आमंत्रित करे जैसे अश्वत्थामा


4. कभी किसी को ऐसा वचन मत दो कि आपको अधर्मियों के आगे समर्पण करना पड़े - जैसे भीष्म पितामह 


5. संपत्ति, शक्ति व सत्ता का दुरुपयोग और दुराचारियों का साथ अंत में स्वयंनाश का दर्शन कराता है जैसे दुर्योधन


6.  मुद्रा, मदिरा, सत्ता,अज्ञान, मोह और काम (मृदुला) अंध व्यक्ति के हाथ में  विनाश की ओर ले जाती है - जैसे धृतराष्ट्र


 7. यदि व्यक्ति के पास विद्या, विवेक से बँधी हो तो विजय अवश्य मिलती है -जैसे अर्जुन


8. हर कार्य में छल, कपट, व प्रपंच रच कर आप हमेशा सफल नहीं हो सकते - जैसे शकुनि


9. यदि आप नीति, धर्म, व कर्म का सफलता पूर्वक पालन करेंगे, तो विश्व की कोई भी शक्ति आपको पराजित नहीं कर सकती - जैसे युधिष्ठिर


यदि इन नौ सूत्रों से सबक लेना सम्भव नहीं होता है। तो जीवन में महाभारत संभव हो जाता है, अपने ही सगे-सम्बन्धी, दोस्तों, जानकारों के बीच में।


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