मंगलवार, 11 अक्तूबर 2022

ओरेगेनो

 ओरेगेनो एक गुणकारी पौधा है, जिसका इस्तेमाल विभिन्न प्रकार के व्यंजनों के साथ-साथ आयुर्वेदिक उपचार में भी किया जाता है। इसके पौधे के विभिन्न हिस्सों का उपयोग कई शारीरिक विकारों से राहत पाने के लिए किया जा सकता है । 

ओरेगेनो एक हर्ब है, जिसे हिंदी में अजवायन की पत्तियां कहा जाता है। ओरेगेनो का पौधा लगभग एक से तीन फीट लंबा और दिखने में तुलसी (Basil) और पुदीने के पत्तों जैसा ही होता है । माना जाता है कि दुनिया भर में लगभग 60 ऐसी पौधों की प्रजातियां हैं, जो रंग और स्वाद में ओरेगेनो की तरह ही हैं और इन्हें अक्सर आरेगेनों के नाम से ही जाना जाता है। यह एक गुणकारी पौधा है, इसलिए इसका इस्तेमाल कई शारीरिक समस्याओं से आराम पाने के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा, अजवायन की पत्तियों का उपयोग पिज्जा, पास्ता, सूप और सैंडविच जैसे खाद्य पदार्थों का फ्लेवर बढ़ाने के लिए भी किया जाता है।

ओरगेनो के प्रकार – 

ओरेगेनो के कई प्रकार मौजूद हैं, लेकिन मुख्य तीन के बारे में नीचे बताया जा रहा है  :

यूरोपियन ओरेगेनो : इसे वाइल्ड मार्जोरम या विंटर मार्जोरम भी कहा जाता है। ओरेगेनो का यह प्रकार खास तौर पर ग्रीस, इटली, स्पेन, तुर्की और संयुक्त राज्य अमेरिका में पाया जाता है। इसका उपयोग खांसी, सिरदर्द, घबराहट, दांत दर्द, और अनियमित माहवारी आदि से राहत पाने में किया जा सकता है।

ग्रीक ओरेगेनो : इसे विंटर स्वीट मार्जोरम या पॉट मार्जोरम भी कहा जाता है। यह ओरिगैनम हर्केलोटिकम एल (Origanum heracleoticum L) से निकाला गया ओरेगेनो होता है।

मेक्सिकन ओरेगेनो : इस प्रकार को मैक्सिकन मार्जोरम के नाम से भी जाना जाता है। यह खासकर मेक्सिको और आसपास के क्षेत्रों में पाया जाता है और इसका उपयोग मैक्सिकन खाद्य पदार्थों जैसे पिज्जा और बारबेक्यू सॉस में फ्लेवर के रूप में किया जाता है।

ओरेगेनो के फायदे – 

1. हृदय स्वास्थ्य के लिए ओरेगेनो के फायदे

कार्डियोवस्कुलर समस्याएं एक तरह की क्रोनिक इंफ्लेमेटरी परिस्थिति होती हैं, जिसमें कोशिकाओं को स्वस्थ होने में सामान्य से ज्यादा समय लगता है । यह कई वजह से हो सकता है, जैसे धूम्रपान, मधुमेह और इन्फ्लेमेशन। ओरेगेनो के एसेंशियल ऑयल में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो इन्फ्लेमेशन और हृदय रोग के खतरे को कम करते हैं। साथ ही, इसमें कार्डियोप्रोटेक्टिव गुण भी होते हैं, जो हृदय को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं ।

2. कैंसर के खतरे को करे कम

ओरेगेनो की पत्तियों के फायदे कैंसर से बचाव में मददगार हो सकते हैं। ओरेगेनो में थाइमोल, कार्वाक्रोल और कुछ अन्य एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं। ये कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोक सकते हैं और कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं । खासकर, पेट के कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने के लिए ओरेगेनो के फायदे कारगर साबित हो सकते हैं। इसमें प्रॉपॉपोटिक प्रभाव (Proapoptotic Effects) होते हैं, जो कैंसर कोशिकाओं को खत्म कर सकते हैं और इनकी मदद से कैंसर का खतरा भी कम हो सकता है । इसके अलावा, इस बात पर ध्यान देना जरूरी है कि ये घरेलू उपचार कैंसर का खतरा कुछ हद तक कम कर सकते हैं, लेकिन ये उसका इलाज नहीं है। ऐसे में कोई इससे ग्रसित हो जाए तो डॉक्टरी इलाज करवाना आवश्यक है।

3. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाए

ओरेगेनो की पत्तियों के फायदे रोगों से लड़ने क्षमता बढ़ाने में भी मिल सकते हैं। ओरेगेनो में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जैसे विटामिन-ए, विटामिन-सी और विटामिन-ई । इन तीनों ही विटामिन को प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट माना जाता है। ये विटामिन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। ये शरीर पर फ्री-रेडिकल्स के प्रभाव को कम कर सकते हैं और कोशिकाओं को उनके प्रभाव से बचा सकते हैं । इसके लिए एक गिलास पानी में ओरेगेनो की पत्तियों को उबालकर, उस पानी का सेवन कर सकते हैं। सर्दी-जुकाम या गले में खराश की समस्या में ओरेगेनो की चाय का सेवन भी किया जा सकता है।

4. अवसाद के लिए अजवायन की पत्ती के लाभ

यह जानकर शायद हैरानी होगी कि अवसाद से लड़ने में भी ओरेगेनो के लाभ पाए जा सकते हैं। ओरेगेनो के एसेंशियल ऑयल में मौजूद कारवाक्रॉल (Carvacrol- एक प्रकार का का यौगिक, जो प्राकृतिक एंटीबायोटिक भी है) तत्व एक एंटीडिप्रेसेंट एजेंट की तरह भी काम कर सकता है। लैब में चूहों पर किए गए एक अध्ययन से यह पता चला है कि यह डोपामिनर्जिक प्रणाली (डोपामाइन – एक प्रकार के हॉर्मोन और न्यूरोट्रांसमीटर) पर प्रभाव डालते हैं । डोपामिनर्जिक प्रणाली पर प्रभाव पड़ने से अवसाद के लक्षण कम करने में मदद मिल सकती है ।

5. अपच से आराम

ओरेगेनो के एसेंशियल ऑयल में कई बायोलॉजिकल गुण होते हैं, जैसे एंटीमाइक्रोबियल, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेटिव, जो शरीर के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। ये आंत को नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया जैसे ई. कोलाई की संख्या को कम करता है और आंत की इम्यून क्षमता को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, यह आंत की इन्फ्लेमेशन को भी कम करने में मदद कर सकता है , जिससे अपच की समस्या से कुछ हद तक आराम मिल सकता है।


ओरेगेनो एसेंशियल ऑयल में मौजूद एंटीऑक्सीडेटिव गुण आंत के ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके आंत को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं । इसके लिए एक कप पेपरमिंट या लेमन टी में एक या दो बूंद ओरेगेनो ऑयल डालकर, उसका सेवन कर सकते हैं। इस प्रकार ओरेगेनो का तेल अपच की समस्या को कुछ कम कर सकता है, लेकिन इस पर अभी और शोध की आवश्यकता है।

6. पेट दर्द को कम करे

कई बार खान-पान में गड़बड़ी, कब्ज, अपचन, फूड पॉइजनिंग और अन्य कई कारणों की वजह से पेट में दर्द हो सकता है । ऐसे में, ओरेगेनो के फायदे पेट दर्द से आराम पाने के लिए भी उठाए जा सकते हैं। ओरेगेनो के एसेंशियल ऑयल में मोनोटेरेपिक फिनोल (Monoterpenic Phenol) नाम का एक कंपाउंड पाया जाता है, जो पेट दर्द को कुछ हद तक कम करने में मदद कर सकता है । इसके लिए आप एक गिलास पानी या जूस में एक से दो बूंद ओरेगोने का तेल डालकर सेवन कर सकते हैं।

7. जोड़ों के दर्द से आराम दिलाए

अगर कोई जोड़ों के दर्द से पीड़ित हैं, तो ओरेगेनो का पौधा उनके लिए संजीवनी बूटी से कम नहीं है। ओरेगेनो में कारवाक्रोल नाम का मोनोटेरेपिक फिनोल कंपाउंड पाया जाता है। इस कंपाउंड में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो ऑस्टियोअर्थराइटिस (Osteoarthritis) की वजह से जोड़ों में होने वाली सूजन को कम कर सकता है। जोड़ों के दर्द में ओरेगेनो की पत्ते के फायदे को उसकी चाय बनाकर उठा सकते हैं । इसके लिए रोज सुबह एक कप पानी में इसके कुछ पत्ते उबाल लें और उस पानी का सेवन करें। आप चाहें तो ओरेगेनो के एसेंशियल ऑयल से मसाज भी कर सकते हैं।

8. सूजन से आराम

बात जब ओरेगेनो के लाभ की हो तो इसके फायदों में एंटीइन्फ्लामेट्री गुण भी शामिल है और इसके लिए ओरेगेनो के एसेंशियल ऑयल का उपयोग किया जा सकता है। एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित शोध में पाया गया है कि इस तेल का उपयोग त्वचा की सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। यही नहीं, बल्कि इसमें मौजूद कारवाक्रॉल (Carvacrol) तत्व अल्सर की सूजन को कम करने और उसके घाव को भरने में भी मदद कर सकता है ।

9. मधुमेह के लिए ओरेगेनो की पत्तियों के फायदे

अजवायन की पत्ती के लाभ टाइप 2 डायबिटीज को नियंत्रित करने में भी देखे जा सकते हैं। इस संबंध में लैब में डायबिटिक चूहों पर किए गए शोध के परिणाम सामने आए हैं। माना जाता है कि ओरेगेनो की पत्तियों का अर्क शरीर में ग्लूकोज और इंसुलिन के बढ़े हुए स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। साथ ही यह लिपिड मेटाबॉलिज्म में भी सुधार कर सकता है और डायबिटीज से ग्रसित लोगों के लिवर व किडनी को भी स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है ।

10. जुकाम और बुखार से आराम

जुकाम, बुखार और कॉमन कोल्ड के लक्षणों को कम करने के लिए ओरेगेनो का उपयोग किया जा सकता है। ओरेगेनो के एसेंशियल ऑयल में एंटी इन्फ्लुएंजा गुण होते हैं, जो कॉमन कोल्ड के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसके साथ ही ओरेगेनो का पौधा एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है, जो संक्रमण फैलाने वाले वायरस व बैक्टीरिया से लड़ता है और कॉमन कोल्ड को कम कर सकता हैं ।

11. एनीमिया से राहत दिलाए

शरीर में आयरन की कमी एनीमिया का कारण बनती है। आयरन शरीर में हीमोग्लोबिन का निर्माण करता है, जो एक प्रकार आयरन युक्त प्रोटीन होता है (20)। एनीमिया से पीड़ित लोगों के लिए अजवायन की पत्ती के लाभ देखे जा सकते हैं। ओरेगेनो की पत्तियों में समृद्ध मात्रा में आयरन पाया जाता है, जो आयरन की कमी को पूरा करने में मदद कर सकता है । इसके लिए ओरेगेनो की सूखी पत्तियों को पानी में उबाल कर, उस पानी का सेवन किया जा सकता है।

12. हड्डियों को स्वस्थ रखे

ओरेगेनो के पत्ते के फायदे की बात करें, तो यह हड्डियों को स्वस्थ रखने में लाभदायक साबित हो सकता है। हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए कई पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इसमें सबसे ऊपर नाम आता है, कैल्शियम का और ओरेगेनो की पत्तियों में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा, इसमें और भी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हड्डियों को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखने में मदद कर सकते हैं, जैसे मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटैशियम, जिंक, कॉपर और मैंगनीज। इसके साथ ही ओरेगेनो में हड्डियों के लिए लाभदायक विटामिन भी पाए जाते हैं, जैसे विटामिन-सी, विटामिन-ए और विटामिन-के ।

13. त्वचा के लिए ओरेगेनो के लाभ

त्वचा से जुड़े संक्रमण से बचने या अगर संक्रमण है, तो उसके प्रभाव को कम करने के लिए ओरेगेनो के एसेंशियल ऑयल का उपयोग किया जा सकता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया को खत्म करते हैं । साथ ही इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी (Immunomodulatory) गुण पाए जाते हैं, जो त्वचा में आई सूजन को कम कर सकते हैं। इसमें एंटी-कैंसर गुण भी होते हैं, जो त्वचा के कैंसर के खतरे से बचाने में मदद कर सकते हैं ।

14. बालों के लिए ओरेगेनो के फायदे

बालों के झड़ने की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए भी ओरेगेनो का उपयोग लाभकारी साबित हो सकता है। शोध में पाया गया है कि ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बालों के झड़ने का एक कारण हो सकता है । जैसा कि हम लेख में पहले भी बता चुके हैं कि ओरेगेनो एक प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम कर सकता है, इसलिए यह कहा जा सकता है कि इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके और बालों के झड़ने की समस्या को रोकने में मदद कर सकते हैं ।



ओरेगेनो के पौष्टिक तत्व 

नीचे बताए गए पोषक तत्व ओरेगेनो की पत्तियों (सूखी हुई) के बारे में हैं ।


पोषक तत्व मात्रा प्रति 100 ग्राम

पानी ग्राम

ऊर्जा 265 kcal

प्रोटीन 9 ग्राम

फैट 4.28 ग्राम

कार्बोहाइड्रेट 68.92 ग्राम

फाइबर 42.5 ग्राम

शुगर 4.09 ग्राम

मिनरल

कैल्शियम 1597 मिलीग्राम

आयरन 36.8 मिलीग्राम

मैग्नीशियम 270 मिलीग्राम

फास्फोरस 148 मिलीग्राम

पोटेशियम 1260 मिलीग्राम

सोडियम 25 मिलीग्राम

जिंक 2.69 मिलीग्राम

कॉपर 0.633 मिलीग्राम

मैंगनीज 4.99 मिलीग्राम

सिलेनियम 4.5 माइक्रोग्राम

विटामिन

विटामिन सी 2.3 मिलीग्राम

थियामिन 0.177 मिलीग्राम

राइबोफ्लेविन 0.528 मिलीग्राम

नियासिन 4.64 मिलीग्राम

विटामिन-बी 6 1.044 मिलीग्राम

फोलेट 237 माइक्रोग्राम

विटामिन-ए, आरएई 85 माइक्रोग्राम

विटामिन-ए, आईयू 1701 आईयू

विटामिन ई (अल्फा टोकोफेरॉल) 18.26 मिलीग्राम

विटामिन-के 621.7 मिक्रोग्राम

लिपिड

फैटी एसिड टोटल सैचुरेटेड 1.551 ग्राम

फैटी एसिड टोटल मोनोअनसैचुरेटेड 0.716 ग्राम

फैटी एसिड टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड 1.369 ग्राम

ओरेगेनो का उपयोग – 

सेहत के लिए ओरेगेनो के फायदे उठाने के लिए नीचे बताए गए तरीकों से इसका उपयोग किया जा सकता है:

ओरेगेनो की चाय बनाई जा सकती है, जिससे ओरेगेनो के पत्ते के फायदे मिल सकते हैं। इसके लिए ओरेगेनो की पत्तियों (ताजी या सूखी) को एक कप पानी में डाल कर उबाल लें। अच्छी तरह उबल जाने के बाद पानी को छान लें और उसका सेवन करें।

अदरक या मसाला चाय में भी ओरेगेनो की कुछ पत्तियां डाली जा सकती हैं।

अजवायन की पत्ती के लाभ उठाने के लिए इसे चिकन, सब्जी, पिज्जा, पास्ता और अन्य व्यंजनों में मसाले की तरह उपयोग किया जा सकता है।

ओरेगेनो की पत्तियों को सूप में डाल कर भी सेवन कर सकते हैं। इसकी पत्तियां सूप को एक अलग फ्लेवर देंगी।

ओरेगेनो का उपयोग ताजा, सूखा और तेल तीनों रूप मे ही किया जा सकता है।

नोट : किसी खास समस्या के लिए ओरेगेनो का उपयोग करने से पहले इसकी उचित मात्रा को लेकर एक बार डायटिशियन या फिर डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें।


त्वचा के लिए ओरेगेनो का उपयोग :

सामग्री :

दो बूंद ओरेगेनो ऑयल

दो चम्मच नारियल/जैतून का तेल

रूई

विधि :

एक बाउल में दोनों तेलों को मिला लें।

रूई की मदद से उसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।

इस प्रयोग को दिन में दो बार दोहराया जा सकता है।

गर्म पानी में ओरेगेनो ऑयल की चार से पांच बूंदें डालकर, उससे 10 मिनट तक भाप भी ली जा सकती है। भाप को लेते समय सावधानी बरतना जरूरी है।

बालों के लिए ओरेगेनो का उपयोग :

सामग्री :

दो से तीन बूंद ओरेगेनो एसेंशियल ऑयल

तीन से चार चम्मच नारियल/जैतून का तेल

विधि :

एक बाउल में तीन से चार चम्मच नारियल/जैतून का तेल का तेल लें और उसे हल्का गर्म कर लें।

गर्म करने के बाद उसमें दो से तीन बूंद ओरेगेनो एसेंशियल ऑयल मिला लें।

अब इस तेल से लगभग 20 मिनट तक बालों में मसाज करें।

मसाज करने के बाद लगभग 10 मिनट के लिए तेल को बालों में रहने दें।

अंत में शैम्पू लगाकर, बालों को ठंडे पानी से धो लें।

ओरेगेनो का चयन कैसे करे और लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखे?

सूखी ओरेगेनो की जगह अजवायन की ताजी पत्तियों का चयन करें। वो खाने को एक बेहतर फ्लेवर देती हैं।

पत्तियां चुनते समय पीली की जगह हमेशा हरी पत्तियों का चयन करें। साथ ही ध्यान दें कि उनपर कोई दाग न हो।

पत्तियों को लम्बे समय तक ताजा रखने के लिए उन्हें गीले कपड़े में लपेट कर फ्रिज में रखें।

चाहें तो पत्तियों को काटकर, एक हवाबंद डिब्बे में रखकर, फ्रीजर में भी रख सकते हैं।

ड्राई ओरेगेनो पत्तियों को भी हवाबंद डिब्बे में लंबे समय रखा जा सकता है।

ओरेगेनो के नुकसान – 

नियंत्रित रूप से ओरेगेनो का उपयोग करना पूरी तरह सुरक्षित है, हालांकि कुछ मामलों में इसका उपयोग करने से ओरेगेनो के नुकसान उठाने पड़ सकते हैं, जो कुछ इस प्रकार हो सकते हैं :

गर्भावस्था और स्तनपान : गर्भवती और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं के लिए ओरेगेनो का सेवन करना नुकसानदायक हो सकता है। माना जाता है कि गर्भावस्था के दौरान ओरेगेनो का ज्यादा सेवन करना गर्भपात का कारण बन सकता है।

रक्तस्राव की समस्या : रक्तस्राव जिसे ब्लीडिंग डिसऑर्डर भी कहा जाता है। इसमें चोट लगने के बाद खून बहना आसानी से बंद नहीं होता। इस समस्या में शरीर में प्लेटलेट्स की मात्रा कम हो जाती है, जिससे त्वचा पर ब्लड क्लॉट नहीं बन पाता और खून बहना बंद नहीं होता। ऐसा होने पर माहवारी, चोट लगने व सर्जरी आदि के दौरान भी सामान्य से अधिक रक्तस्राव होता है । ओरेगेनो का सेवन रक्तस्राव से पीड़ित लोगों की समस्या को बढ़ा सकता है।

एलर्जी : जिन लोगों को लामियासीए (Lamiaceae) के परिवार की औषधियां जैसे बेसिल, लैवेंडर, पुदीना और सेज से एलर्जी होती है, तो उन्हें ओरेगेनो से भी एलर्जी हो सकती है, क्योंकि ओरेगेनो भी इसी परिवार से आता है।

ब्लड शुगर का स्तर : ओरेगेनो का सेवन ब्लड शुगर के स्तर को कम कर सकता है, इसलिए इसका उपयोग नियंत्रित मात्रा में न करने से ओरेगेनो के नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।

पेट खराब : कुछ मामलों में इसका उपयोग नियंत्रित मात्रा में न करने से ओरेगेनो के नुकसान पेट खराब करने में भी देखे गए हैं।

त्वचा पर जलन : ओरेगेनो के तेल को सीधा त्वचा पर लगाना त्वचा पर जलन का कारण बन सकता है, इसलिए इसे हमेशा किसी अन्य ऑयल जैसे नारियल या जैतून के तेल में मिलाकर इस्तेमाल करना चाहिए।

अब आप अच्छी तरह समझ चुके होंगे कि पिज्जा और पास्ता में डालने के अलावा, अजवायन की पत्ती के लाभ आप किस तरह उठा सकते हैं। 

https://www.stylecraze.com/hindi/oregano-ke-fayde-upyog-aur-nuksan-in-hindi/




कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

कुछ फर्ज थे मेरे, जिन्हें यूं निभाता रहा।  खुद को भुलाकर, हर दर्द छुपाता रहा।। आंसुओं की बूंदें, दिल में कहीं दबी रहीं।  दुनियां के सामने, व...