शुक्रवार, 12 जुलाई 2024

ऑफिस के बिजी शेड्यूल और थकान के उपरांत एक महिला मेट्रो में चढ़ी और अपनी सीट पे बैठकर आंखें बंद करके थोड़ा मानसिक आराम कर तनाव दूर कर रही थी..

जैसे ही ट्रेन स्टेशन से आगे बढ़ी, वर्मा जी जो कि महिला के बगल वाली सीट पर बैठे थे...

अपना मोबाइल निकाला और जोर जोर से बातें करने लगे.. वर्मा जी का संवाद इस प्रकार था :-

जानेमन, मैं अनिल बोल रहा हूं और मेट्रो पकड़ ली है.. हां, मुझे पता है कि अभी सात बजे है पांच नहीं.. मैं मीटिंग में व्यस्त था इसलिए देर हो गई..

नहीं जानेमन, मैं एकाउन्टेंट प्रीति के साथ नहीं बल्कि बॉस के

साथ मीटिंग में था..

नहीं जान, केवल तुम अकेली ही मेरे जीवन मे हो.. हाँ, पक्का कसम से..!!

पन्द्रह मिनट बाद भी जब वर्मा जी जोर जोर से वार्तालाप जारी किए हुए थे..

तब वो महिला जो कि परेशान हो चुकी थी.. फोन के पास जाकर जोर से बोली :-

अनिल डार्लिंग फ़ोन बंद करो ना.. बहुत हो चुका.. अब तुम्हारी प्रीती और इंतजार नहीं कर सकती..!!

अब वर्मा जी हॉस्पीटल से वापिस आ चुके है और..उन्होंने सार्वजनिक स्थान पर मोबाइल का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया है..!!

आप भी ध्यान रखें वरना कोई प्रीति आपकी जिंदगी खराब कर सकती हैं।

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